Haryana GK (HR) Questions – Haryana Current gk
Haryana Current GK (General Awareness – HR GK) आपको Haryana Current GK के बारे में अवगत करवाती है | उत्तर भारत में स्थित Haryana की एक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत है। यह क्षेत्र सिंधु घाटी सभ्यता के समय से ही बसा हुआ है, राखीगढ़ी जैसे पुरातात्विक स्थल प्रारंभिक शहरी विकास का संकेत देते हैं।
Haryana राज्य भारत देश का एक उत्तरी राज्य है | जो 29.0588° N (उत्तरी अक्षांश), 76.0856° E (पश्चमी अक्षांश) के बीच फैला हुआ है | Haryana उत्तर भारत का एक राज्य है जिसकी राजधानी चण्डीगढ़ है। इसकी सीमायें उत्तर में पंजाब और हिमाचल प्रदेश, दक्षिण एवं पश्चिम में राजस्थान से जुड़ी हुई हैं। यमुना नदी इसके उत्तर प्रदेश राज्य के साथ पूर्वी सीमा को परिभाषित करती है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली हरियाणा (HR) से तीन ओर से घिरी हुई है और फलस्वरूप हरियाणा (HR) का दक्षिणी क्षेत्र नियोजित विकास के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है। यह राज्य वैदिक सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य निवास स्थान है। इस क्षेत्र में विभिन्न निर्णायक लड़ाइयाँ भी हुई हैं जिसमें भारत का अधिकतर इतिहास समाहित है। इसमें महाभारत का महाकाव्य युद्ध भी शामिल है।
हिन्दू मतों के अनुसार महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में हुआ । प्राचीन काल में, हरियाणा महाकाव्य महाभारत का हिस्सा था, जिसमें कुरूक्षेत्र जैसे स्थानों पर महत्वपूर्ण घटनाएं घटी थीं, जहां महान युद्ध लड़ा गया था। यह क्षेत्र आध्यात्मिक नेताओं और ग्रंथों के साथ जुड़ाव के लिए भी जाना जाता है, जो इसके ऐतिहासिक महत्व में योगदान देता है।
भारतीय संस्कृति और सभ्यता के लिए हरियाणा की वैदिक भूमि ने एक पालना की भूमिका निभाई है। भारतीय परंपराएं इस क्षेत्र को उत्तरी स्थल के निर्माण के आधात्री के रूप में स्वीकारती हैं, जहां ब्रह्मा ने आरम्भिक बलिदान देकर ब्रह्मांड का निर्माण किया। निर्माण के इस सिद्धांत को कि प्रारंभिक व्यक्ति हरियाणा (Haryana) के शिवालिक में 1.5 करोड़ वर्ष पहले से रहता आया है, वर्ष 1915 में श्री गाय. ई.पिलग्रिम द्वारा किए गए पुरातात्विक जांच से बहुत हद तक पुष्टि की गई है|
वामन पुराण में कहा गया है कि राजा कुरु ने कुरुक्षेत्र स्थल में भगवान शिव के नंदी द्वारा खींचे गए सुनहरे भूरे रंग के हल द्वारा सात कोस के क्षेत्र को पुनः कृषि योग्य बनाया। मिथकों, किंवदंतियों और वैदिक संदर्भों से भरा हुआ हरियाणा (HR) का अतीत, महिमा में भरा हुआ है। संत वेदव्यास ने महाभारत काव्य इसी ज़मीन पर लिखा था। यहां 5,000 साल पहले भगवान कृष्ण ने महाभारत की महान लड़ाई के क्षेत्र में अर्जुन को कर्तव्य के बोध कराया था: “आपका अधिकार है कि आप फल की इच्छा किए बिना अपना कर्तव्य करें!” उस समय से, कर्तव्य की सर्वोच्चता का यह दर्शन सफल पीढ़ियों केलिए प्रकाश स्तम्भ बना हुआ है|
मध्ययुगीन काल के दौरान, हरियाणा ने मुगलों सहित विभिन्न साम्राज्यों का उत्थान और पतन देखा। यह क्षेत्र इन शासकों की सांस्कृतिक और प्रशासनिक प्रथाओं से प्रभावित था।इसके अलावा यहाँ तीन पानीपत की लड़ाइयाँ हुई। यह भारत में हरियाणा पंजाब राज्य का अंग था जिसे 1966 में भारत के 17वें राज्य के रूप में पहचान मिली।
1 नवंबर, 1966 को हरियाणा एक अलग राज्य बन गया, जो मुख्य रूप से भाषाई और जातीय कारणों से पंजाब के बड़े राज्य से अलग हुआ। तब से राज्य तेजी से विकसित हुआ है, विशेषकर कृषि और उद्योग में, और भारत की अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है।
वर्तमान में खाद्यान और दुग्ध उत्पादन में हरियाणा देश में प्रमुख राज्य है। इस राज्य के निवासियों का प्रमुख व्यवसाय कृषि है। समतल कृषि भूमि पर कुओं और नहर से सिंचित की जाती है। 1960 के दशक की हरित क्रान्ति में हरियाणा का भारी योगदान रहा जिससे देश खाद्यान सम्पन्न हुआ। हरियाणा, भारत के अमीर राज्यों में से एक है और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर यह देश का दूसरा सबसे धनी राज्य है।
आज, हरियाणा अपनी जीवंत संस्कृति, आर्थिक विकास और खेल, शिक्षा और प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है। राज्य की रणनीतिक स्थिति और बुनियादी ढांचागत विकास समकालीन भारत में इसकी प्रगति को बढ़ावा दे रहा है।
हरियाणा प्रदेश के प्राचीन नाम – Old Name of Haryana State:
हरियाणा शब्द बना है संस्कृत शब्द से हरि + आयन, जहां हरि का अर्थ है भगवान विष्णु और आयन का अर्थ है निवास स्थान | इसलिए हरियाणा को भगवान का निवास स्थान भी कहा जाता था | पुराने समय में हरियाणा प्रदेश को अलग अलग नाम से जाना जाता था जैसेः ब्रह्मवर्त, आर्यवर्त और ब्रहमोप्देस आदि | इस पोस्ट में हम हरियाणा के प्राचीन नामो को पढेगे
सर्वप्रथम हरियाणा शब्द का प्रयोग विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथ ‘ऋग्वेद ‘ में ‘ रज हरियाणे ‘ के रूप में हुआ |
Haryana राज्य को दिए गये विभिन्न नाम
1 | मनुस्मृति में हरियाणा का नाम | ब्रह्मावर्त |
2 | महाभारत काल में हरियाणा का नाम | बहुधान्या |
3 | योधेय काल में हरियाणा का नाम | बहुधान्यक |
4 | स्कंदगुप्तपुराण में हरियाणा का नाम | हरियाल |
5 | पुष्पदंत द्वारा रचित महापुराण में | हरियाणु |
6 | बाणभट्ट द्वारा रचित हर्षचरित्र में | श्री कंठ जनपद |
7 | बुद्ध द्वारा दिए गये संक्षलिथ अवशेष में | अभिरणाया |
8 | बिजौलिया शिलालेख | हरितानक |
9 | डा. एच.आर. गुप्ता | आर्यना (आर्यों का घर) |
10 | यदुनाथ सरकार | हरियाल |
11 | डा. बुद्ध प्रकाश | अहीर याणा (अभिरणा) |
12 | महाराज कृष्ण | हरना (लूटपाट का केंद्र) |
13 | राहुल सांकृत्यान | हरिधानक्या |
14 | जैन कवि श्रीधर के ग्रन्थ पासणाहचरिउ में | हरियाणाए |